Welcome to the 2nd Issue of Vishikhānupravesh
Launched on - 2nd August 2022.
Jai Dhanwantari,
The second issue of विशिखानुप्रवेश has been launched on 2nd October 2022, on the occasion of Gandhi Jayanti.
The main aim of the magazine can be understood by the name विशिखानुप्रवेश itself.
विशिखानुप्रवेश means the essential qualifications of physician before he formally enters his profession.
यह दूसरा अंक भारत के राष्ट्रपिता महात्मा गांधीजी की जन्मजयंती के अवसर पर प्रसिद्ध होने जा रहा है यह गौरवपूर्ण है। यह अंक गांधी जयंती विशेष अंक है इसमें गांधीजी के स्वास्थ्य विषयक प्रयोग के ऊपर बात की गई है। उत्सवप्रिय भारतीयों के चहीते महीने यानि श्रावण से लेकर कार्तिक तक के महीने। त्यौहारों और आयुर्वेद का अनूठा समन्वय हमे हमारे यहां के रितिरिवाजो में देखने मिलता है इस अंक में यह विषय पर भी विस्तार से चर्चा की गई है। सभी ज्येष्ठ लोग हमे जीवेत शरदः शतम यह आशीर्वाद देते है तो उसके पीछे का उद्देश्य स्पष्ट करते हुए शरदऋतुचर्या का वर्णन किया गया है। PCOD – Polycystic Ovarian Disorder यह गंभीर हार्मोनल समस्या कई महिलाओं में पाई जाती है उसका मॉडर्न और आयुर्वेद की दृष्टि से निवारण कैसे कर सकते है यह इस अंक में शामिल किया गया है। आजकल कई नामी हस्तियां की मृत्यु हार्टअटैक के कारण से होती है तो अपने दिल को कैसे स्वस्थ रख सके उसके लिए वर्णित हृदय महाकषाय का उल्लेख किया है। "सिद्धसाथे सीधीवात" के तहत इस अंक में वैद्य पिनाकिन भाई पंड्या का साक्षात्कार शामिल किया गया है। ज्योतिर्गमय के अंर्तगत निर्वाण षटकम् के तीन श्लोक का वर्णन किया गया है। आयुर्वेद गंगा में शास्त्र का महत्व और चिकित्सक को जो निर्देश दिए गए है उनका उल्लेख किया है। Q - कूंची के तहत AIAPGET की परीक्षा की तैयारी कर रहे परीक्षार्थी को सहाय हो सके वैसे 20 MCQ शामिल किए है। हास्य विनोद, आयुर्वेदीय रसोई, कला वैविध्य के माध्यम से विद्यार्थियों ने अपनी कला का प्रदर्शन किया है। आयुष मंत्रालय के द्वारा आयुष की पद्धतियों को विकसित करने के लिए जो कदम उठाए जा रहे है उसको AYUSH Updates के अंतर्गत शामिल किया है। हमारी संस्था SMIAS में आज़ादी के अमृत महोत्सव के अंतर्गत हो रहे कार्यक्रम तथा अन्य प्रवृत्तियों का वर्णन इस अंक में किया गया है। यह अंक विद्यार्थियों के द्वारा तैयार किया जाता है तो इसमें क्षति रह जाना स्वाभाविक है तो उसको क्षम्य करके उस और हमारा ध्यान आकर्षित करके हमारा सहयोग करे।
आप सभी यह अंक पढ़कर अपना प्रतिभाव अवश्य लिखे आपकी सलाह का हमेशा स्वागत है।
The contents of second edition are:
1. ગાાંધીજીના સ્વાસ્થ્ય વિષયક પ્રયોગો
2. सनातन धर्म के त्यौहार आयुर्वेद के नज़ररए से
3. જીવેત શરદ: શતમ
4. PCOD
5. હૃદય મહાકષાય
6. સિદ્ધ સાથે સીધી વાત
7. જયોતિર્ગમય
8. આયુર્વેદ ગંગા
9. Q– કુંચી
10. હાસ્ય વિનોદ
11. આયુર્વેદીય રસોઈ
12. કલા વૈવિધ્ય
13. Ayush Updates
14. વાઇબ્રેન્ટ SMIAS